पूर्व चुनाव आयुक्त अशोक लवासा ने कहा है कि चुनाव आयोग को चुनाव से पहले स्तर के खेल के उल्लंघन के आरोपों की जांच करने का दायित्व है।
लवासा के अनुसार, चुनावों के दौरान जांच एजेंसियों को मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट के दायरे में लाना चाहिए या नहीं, यह एक महत्वपूर्ण सवाल है। उनका यह भी मानना है कि ऐसा करने से चुनाव आयोग अपने मुख्य काम – जो कि कुशल, निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव करवाना है – से भटक जाएगा। लोकसभा चुनाव कुछ ही दिन दूर हैं और राजनीतिक दल वोटरों को आकर्षित करने में लगे हैं। इसी के साथ ही, सभी नजरें चुनाव आयोग पर हैं, क्योंकि एक स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव का सारा जिम्मेदारी उस पर है।
पिछले कुछ हफ्तों में राजनीतिक उत्साह तब तेज हो गया, जब पहले झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उसके बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कथित भ्रष्टाचार के मामलों में गिरफ्तार कर लिया।